देहरादून, मार्च 26 -- उत्तराखंड में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से भुगतान में आ रही दिक्कतों से कई प्राइवेट अस्पतालों ने गोल्डन कार्ड से इलाज देना बंद कर दिया है। इस वजह से सरकारी कर्मचारी एवं पेंशनर्स को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उत्तराखंड में चार लाख के करीब लोगों के पास गोल्डन कार्ड हैं और इलाज न मिलने से अब लोगों को परेशानियां उठानी पड़ रही है। धर्मपुर निवासी रमेश थपलियाल ने बताया कि योजना के तहत उनके पिता का इलाज चल रहा है। लेकिन भुगतान न होने से अस्पताल की ओर से भुगतान के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इसी तरह शांति विहार की शांति सकलानी ने कहा कि भुगतान न होने की बात कहकर दून के एक प्राइवेट अस्पताल ने इलाज से इंकार कर दिया है। इधर, राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के चेयरमैन अरविंद सिंह ह्यांकी ने बताया कि योजना के तहत अस्पतालों...