प्रयागराज, अक्टूबर 10 -- बहरिया। किसी बुजुर्ग की सामान्य मृत्यु होती तो शायद लोग इसे ईश्वर की मर्जी मान लेते, लेकिन अपनी प्यारी मुस्कान और तोतली जुबान से पड़ोसियों के दिल को जीत लेने वाले ईशू की मौत से चकिया धामौर गांव में हर कोई दु:खी है। उसकी मां कांति देवी दिनभर बिलखती रही और इसे सुनकर पड़ोसियों के चूल्हे भी नहीं जले। यदि जिम्मेदारों ने स्कूल गेट की मरम्मत कराई होती तो ऐसा दु:खद हादसा नहीं होता।

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