हल्द्वानी, अक्टूबर 24 -- प्रमोद डालाकोटी हल्द्वानी। उत्तराखंड के प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों को 40 से अधिक सरकारी ऐप, व्हाट्सएप पर लगातार प्राप्त होने वाले आदेश और डिजिटल रिपोर्टिंग ने परेशान कर रखा है। इसका असर छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पर भी पड़ रहा है। सुबह स्कूल की घंटी से पहले ही अटेंडेंस फिर मिड-डे मील पोर्टल और शिक्षा अधिकारियों के व्हाट्सएप लिंक, दिनभर फोटो अपलोड, ऑनलाइन ट्रेनिंग और सर्वेक्षणों की जानकारी तैयार करना शिक्षकों के लिए सिरदर्द बन गया है। शिक्षकों का कहना है कि कई बार अधिकारियों को बताने पर भी उनका समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नैनीताल जिले के एक प्राइमरी स्कूल में तैनात शिक्षक राजेश बताते हैं हर सुबह स्मार्टफोन से दिन शुरू होता है। पढ़ाने का समय कम, मोबाइल का काम ज्यादा है। बताया कि उनकी उम्र 55 साल हो गई है। इस...
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