बांका, दिसम्बर 14 -- बौंसी, निज संवाददाता। पर्यटक गांव के रूप में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुका ऐतिहासिक लक्ष्मीपुर गांव आज भी बदहाली के दौर से गुजर रहा है। एक वर्ष पूर्व जब सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस गांव का दौरा किया था, तब ग्रामीणों और क्षेत्रवासियों को उम्मीद जगी थी कि अब गांव की किस्मत बदलेगी और इसका स्वर्णिम इतिहास फिर से जीवंत होगा। लेकिन सीएम के आगमन के बाद भी न तो गांव की तकदीर बदली और न ही उसकी तस्वीर। लक्ष्मीपुर स्टेट का ऐतिहासिक राजमहल, परकोटा, शीश महल, राजा-रानी सरोवर, काली मंदिर और भुवनेश्वरी काली मंदिर आज भी जीर्ण-शीर्ण अवस्था में सरकारी उपेक्षा का दंश झेल रहे हैं। ये सभी धरोहरें आज भी इस इंतजार में हैं कि कब सरकार की घोषणाएं कागज से निकलकर धरातल पर उतरेंगी। जनवरी 2020 में मुख्यमंत्री के आगमन से पूर्व जिला प्रशासन ...