लखनऊ, अगस्त 8 -- लखनऊ, प्रमुख संवाददाता विश्वविद्यालयों को सामाजिक रूप से पिछड़े वर्ग के छात्रों को समान अवसर दिलाने के लिए सेल गठित करनी होगी। अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एससी), अन्य पिछड़ा वर्ग (नॉन क्रीमीलेयर), दिव्यांग व महिलाओं की समस्याओं का समाधान इस सेल की मदद से करना होगा। उन्हें पढ़ाई के दौरान परिसर में किसी भी तरह की कठिनाई होने पर इस सेल के माध्यम से ही मदद दिलाई जाएगी। शैक्षिक सुविधाएं व कॅरियर से संबंधित अवसर का एक समान लाभ इन विद्यार्थियों को भी देना होगा। वहीं एक एससी-एसटी सेल भी अलग से गठित होगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निर्देश पर प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों में इसका अनिवार्य रूप से गठन किए जाने के आदेश दिया गया है। विश्वविद्यालयों को यह लेखा-जोखा भी देना होगा कि उन्होंने कितने ऐसे विद्यार...