रुद्रपुर, नवम्बर 7 -- सितारगंज। एसएसबी 57वीं वाहिनी के कमांडेंट मनोहर लाल के नेतृत्व में राष्ट्रगीत 'वंदे मातरम्' की 150वीं जयंती मनाई गई। कमांडेंट ने बताया कि राष्ट्रगीत 'वंदे मातरम्' को सबसे पहले 7 नवंबर 1875 को बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने उपन्यास आनंदमठ के लिए लिखा गया। इसे प्रथम बार 1896 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में रवीन्द्रनाथ टैगोर ने गाया गया था। यह गीत स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारतीयों में एकता, साहस और आज़ादी की लहर जगाने वाला प्रमुख गीत बना। ब्रिटिश शासन के विरुद्ध इसकी बढ़ती लोकप्रियता के कारण अंग्रेज सरकार ने इसे प्रतिबंधित कर दिया था। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद, इसे भारतीय गणराज्य द्वारा राष्ट्रीय गीत का दर्जा प्रदान किया गया। शुक्रवार को अधिकारियों व जवानों ने राष्ट्रगीत का सामूहिक गायन किया गया। इ...