प्रयागराज, मार्च 11 -- एसआरएन अस्पताल में प्रतिदिन सैकड़ों मरीज आते हैं। 200 से अधिक मरीजों को भर्ती किया जाता है। इसमें कई ऐसे मरीज होते हैं जिन्हें तीमारदार स्ट्रेचर या व्हीलचेयर से ले जाते हैं। हालांकि अस्पताल में हर मंजिल पर रैंप से लाने व ले जाने का विकल्प है लेकिन उसके लिए मरीज के साथ तीन-चार लोगों की जरूरत रहती है। यदि किसी मरीज के एक से अधिक तीमारदार साथ में नहीं रहते तो उन्हें किसी तरह इंतजाम करना पड़ता है। सबसे बड़ी दिक्कत ट्रामा सेंटर को लिफ्ट में है। यहां की लिफ्ट लगभग एक सप्ताह से खराब है, जिससे मरीजों को मुसीबत का सामना करना पड़ता है। ट्रामा सेंटर की मंजिल पर सबसे ज्यादातर किसी दुर्घटना के शिकार लोगों को भर्ती किया जाता है। आईसीयू वार्ड में अति गंभीर मरीजों का इलाज किया जाता है। लेकिन लिफ्ट खराब होने के कारण मरीजों को जांच व...
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