रिषिकेष, नवम्बर 27 -- एसआरएचयू जौलीग्रांट में इंटरनेट ऑफ थिंग्स और स्मार्ट इनोवेशन पर आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में देश-विदेश के विशेषज्ञों ने एआई, आईओटी और उभरती प्रौद्योगिकियों के भविष्य पर मंथन किया। सम्मेलन में तकनीक आधारित शोध और नवाचार को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। एसआरएचयू के आदि कैलाश सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति डॉ. राजेंद्र डोभाल ने किया। उन्होंने कहा कि तकनीक आज मानव जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित कर रही है, ऐसे में युवाओं को शोध, नवाचार और अध्ययन में सक्रिय भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में एआई बड़े बदलाव लाएगा। इसलिए एआई का इस्तेमाल के लिए तकनीक को जानना होगा। उन्होंने छात्रों से तकनीक के उपयोगकर्ता ही नहीं, बल्कि उसके सृजनकर्ता बनकर रोजगार के नए अवसर प...