कुशीनगर, दिसम्बर 5 -- कुशीनगर। विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण अभियान में इस बार विवाहित महिलाओं के मायके से इपिक नंबर पता लगाने का काम बीएलओ और सभासदों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। गणना प्रपत्र में महिलाओं के मायके के परिवार की जानकारी खासकर 2003 की मतदाता सूची के आधार पर उपलब्ध कराना अनिवार्य किया गया है। लेकिन अधिकांश मामलों में न तो परिवारों के पास इतनी पुरानी सूची उपलब्ध है और न ही महिलाओं को मायके के सदस्यों के इपिक नंबर याद हैं। कई परिवार वर्षों पहले दूसरे जिले या राज्य में बस चुके हैं, जिससे बीएलओ के सामने सत्यापन का संकट और गहरा गया है। जिले में एसआईआर कार्य तेजी से चल रहा है। बीएलओ द्वारा सभी मतदाताओ के घर-घर पहुंच गणना प्रपत्र को विरतण कर दिया है, अब उन प्रपत्रों को भरवाकर जमा करने का कार्य चल रहा है। ऐसे में मतदाता फार्म में अपने पित...