संभल, सितम्बर 9 -- कभी एशिया में मैंथा ऑयल के सबसे बड़े कारोबार के लिए मशहूर रहा संभल आज अपनी पहचान खोता जा रहा है। एक दशक पहले तक जहां इस शहर से हर साल 25 हजार टन से अधिक मैंथा ऑयल का कारोबार होता था। वहीं अब यह घटकर 10 हजार टन से भी कम रह गया है। इससे न केवल हजारों किसानों की आजीविका प्रभावित हुई है, बल्कि शहर की व्यापारिक पहचान भी धुंधली पड़ गई है। जनपद में मैंथा ऑयल का कारोबार बड़े पैमाने पर किया जाता था। जो धीरे-धीरे गुमनामी की राह पर चल रहा है। इसका मुख्य कारण चीन और मलेशिया में सिंथेटिक मैंथा ऑयल का बनना है। इसकी शुरुआत के बाद से ही मैंथा ऑयल की मांग में भारी गिरावट आई है। भारत की बड़ी-बड़ी कंपनियां अब सस्ते सिंथेटिक ऑयल का इस्तेमाल कर रही हैं। जिससे असली मैंथा ऑयल की कीमतों में लगातार गिरावट आ रही है। एक समय पर जब मैंथा ऑयल 1500 स...
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