लखनऊ, मार्च 15 -- - शोधार्थी ने कुलपति, कुलसचिव और विभागाध्यक्ष को पत्र लिखकर लगाई गुहार लखनऊ, संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग की शोधार्थी बीते 18 माह से अपना सुपरवाइजर बदलने की गुहार लगा रही है मगर अब तक एलयू प्रशासन ने इस मामले में किसी तरह का निर्णय नहीं लिया है। शोधार्थी की बात सिर्फ प्रार्थना पत्रों में सिमट कर रही जा रही है। इस संबंध में शोधार्थी ने कुलपति, कुलसचिव और विभागाध्यक्ष को पत्र लिखा है। एलयू में वर्ष 2020 के दिसंबर माह में पीएचडी के लिए पंजीकृत शोधार्थी सोनम रस्तोगी का सुपरवाइजर केकेसी की प्रो. रितु घोष को बनाया गया। जिनके पर्यवेक्षण में शोधार्थी को अपना शोध कार्य पूरा करना था। शोधार्थी ने अपने शिकायती पत्र में लिखा है कि उसे 15 दिसंबर, 2020 से जेआरएफ प्राप्त होने लगा। सुपरवाइजर के अक्टूबर, 2022 तक साइन...