पीटीआई, जून 23 -- अहमदाबाद प्लेन क्रैश में 270 लोगों की जान चली गई थी। हादसा इतना भयानक था कि शवों को पहचान पाना भी मुश्किल हो गया था। पीड़ितों की पहचान करने और शवों पर टैग लगाने की प्रक्रिया में शामिल रहे भाजपा विधायक डॉ. हसमुख पटेल ने बताया कि पीड़ितों की पहचान कैसे की गई। इस दौरान चिकित्सा कर्मचारियों को किन समस्याओं का सामना करना पड़ा, जो पूरी तरह जल चुके थे। हालांकि शवों की पहचान के लिए मृतकों के परिजनों से डीएनए सैंपल लिए गए थे। विधायकों को पार्टी की ओर से दुर्घटना स्थल पर पहुंचने का संदेश मिला, लेकिन वहां अव्यवस्था थी। मैंने सिविल अस्पताल को फोन किया और बताया गया कि शवों को वहां लाया जा रहा है। अमराईवाड़ी के विधायक ने कहा कि कुछ शव इस हद तक जल गए थे कि उनके कुछ हिस्से बाहर निकल रहे थे। पहचान के लिए धातु की छड़ों का इस्तेमाल किया, ज...
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