नई दिल्ली, नवम्बर 20 -- नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। दवा प्रतिरोधक मिर्गी के इलाज के लिए एम्स द्वारा विकसित आरओटीसीएच (रोबोटिक थर्मोकोएगुलेटिव हेमिसफेरोटॉमी) तकनीक से अब विदेश में सर्जरी होने लगी है। इसी क्रम में एम्स के न्यूरो सर्जरी के डॉक्टर से प्रशिक्षण लेने के बाद इजरायल में मिर्गी से पीड़ित एक 12 वर्षीय बच्ची की सर्जरी की गई है। इजरायल के डॉक्टरों ने एम्स को ई-मेल भेजकर इसे लेकर हर्ष जताया है। एम्स में इस तकनीक से अब तक 50 मरीजों की सर्जरी हो चुकी है, जिसके परिणाम उत्साहजनक रहे हैं। एम्स के न्यूरोलॉजी की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. मंजरी त्रिपाठी ने कहा कि दुनिया में पांच करोड़ लोग मिर्गी से पीड़ित हैं। भारत में 1.20 करोड़ लोगों को मिर्गी है। 75 प्रतिशत मरीजों का दवाओं से इलाज हो जाता है लेकिन करीब 25 प्रतिशत मरीजों की बीमारी दवा प्रत...