नई दिल्ली, अप्रैल 28 -- नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। एम्स दिल्ली और पीजीआई चंडीगढ़ की फैकल्टी एसोसिएशनों ने संस्थानों में विभागों के प्रमुखों के बदलाव यानी रोटेटरी हेडशिप नीति के क्रियान्वयन की मांग को लेकर सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। दोनों संस्थानों की फैकल्टी एसोसिएशनों ने इस मुद्दे पर 1 मई से चरणबद्ध विरोध प्रदर्शन शुरू करने की चेतावनी दी है, यदि 14 दिनों के भीतर नीति लागू नहीं की जाती। एम्स और पीजीआई चंडीगढ़ की जनरल बॉडी मीटिंग हुई, जिसमें सर्वसम्मति से रोटेटरी हेडशिप प्रणाली और कोलेजियम सिस्टम को लोकतांत्रिक और पारदर्शी प्रशासन के लिए आवश्यक बताया गया। डॉक्टर एसोसिएशन की मांग है कि कॉलेजियम के तहत विभाग प्रमुखों को बदला जाना चाहिए। फैकल्टी एसोसिएशन का कहना है कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने वर्ष 2023 में घोषणा की थी कि य...