बूंदी, दिसम्बर 22 -- मध्य प्रदेश के जंगल में आराम कर रही एक बाघिन को राजस्थान ले जाने का मामला सामने आया है। दरअसल बाघिन को अवैध तरीके से नहीं, बल्कि वैध तरीके से शिफ्ट किया गया है। हुआ ये कि बाघों में आनुवांशिक विविधता को बढ़ाना था, इसलिए उसे शिफ्ट किया जाना था। मध्य प्रदेश के पेंच वन अभ्यारण्य के जंगल में बाघिन आराम फरमा रही थी। वन विभाग की टीम को उसकी खोज थी, जैसे ही उसे आराम फरमाते पाया, पशु चिकित्सकों की टीम ने इसका फायदा उठाया और उसे तय मानकों के तहत बेहोश कर दिया। इसके बाद मध्यप्रदेश के पेंच बाघ अभयारण्य से तीन साल की नन्हीं बाघिन को हेलीकॉप्टर के जरिये राजस्थान लाया गया। अधिकारियों के अनुसार, यह कवायद बाघों में आनुवंशिक विविधता बढ़ाने और राज्य में बाघ संरक्षण प्रयासों को मजबूत करने के उद्देश्य से अंतरराज्यीय 'ट्रांसलोकेशन' अभियान ...