संतकबीरनगर, जुलाई 8 -- संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले में टीबी की दवा के प्रति रेजिस्टेंस विकसित कर चुके मरीजों का इलाज दो तरह से होगा। गर्भवती महिलाएं और 14 वर्ष से छोटे बच्चों को दूसरी प्रकार की दवा दी जाएगी। इनके इलाज में 11 माह का समय लगेगा। दूसरे मरीजों को दी जाने वाली दवा से ये रोगी छह माह में ठीक हो जाएंगे। इस श्रेणी में आने वाले मरीजों के हृदय की जांच होगी। हार्ट ठीक पाए जाने पर बी-पाम रिजीम की दवा दी जाएगी। इस प्रकार की दवा का प्रयोग करने पर मरीज छह माह में पूरी तरह से ठीक हो जाएगा। जिले में बी-पाम रिजीम का अब तक तीन मरीज चिन्हित किए गए हैं और उनकी दवा शुरू कर दी गई है। सामान्य टीबी की दवा खाने के दौरान लापरवाही बरतने पर मरीज के अंदर टीबी की दवा के प्रति रेजिस्टेंस विकसित हो जाता है। ऐसे मरीजों को टीबी की सामान्य दव...