जमशेदपुर, जुलाई 6 -- एमजीएम अस्पताल में लंबे समय से चल रहा वेंटिलेटर का इंतजार समाप्त हो गया। अब यहां दो वेंटिलेटर की मदद से गंभीर रूप से बीमार बच्चों की जान बचाई जा सकेगी। एमजीएम अस्पताल के शिशु रोग विभाग में वर्षों से वेंटिलेटर नहीं था, जिसके कारण कई बच्चों की जान तक चली गई है। पिछले दिनों एक सबर बच्चे की भी जान चली गई थी, जिसे वेंटिलेटर उपलब्ध रहने पर बचाया जा सकता था। खबर प्रकाशित होने के बाद इसकी खरीद प्रक्रिया में तेजी लाई गई और वेंटिलेटर खरीदा गया। यह वेंटिलेटर एमजीएम अस्पताल डिमना में पहुंच चुका है। लेकिन चालान नहीं आने के कारण अब तक न इसे खोला गया है और न ही किसी विभाग को हैंडओवर किया गया है। दो बड़े पैकेट में अनुमान लगाया जा रहा है कि ये दो वेंटिलेटर शिशु रोग विभाग के लिए हैं। चालान मिलने के बाद इन्हें खोला जाएगा।

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