जमशेदपुर, जनवरी 30 -- विधायक सरयू राय ने बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से कहा है कि नए एमजीएम अस्पताल भवन में भूमिगत जल का उपयोग न करें। डीप बोरिंग से आसपास के इलाकों के चापाकल सूख जाएंगे। आम जनता परेशान होगी। अस्पताल के संचालन के लिए जो पर्यावरण स्वीकृति ली गई है, उसमें भूमिगत जल के इस्तेमाल का प्रावधान नहीं है। जारी बयान में सरयू राय ने कहा कि प्रावधान के अनुसार, नगर निगम से इसबात की स्वीकृति लेनी है कि वह एमजीएम अस्पताल को प्रतिदिन 300 लाख लीटर पानी देगा। अस्पताल में करीब 500 लाख लीटर पानी की जरूरत होगी। शेष जल को शुद्ध करके इस्तेमाल किया जाएगा। बोरिंग करना पर्यावरण स्वीकृति के प्रावधान के खिलाफ है। पिछले पांच वर्षों में स्वास्थ्य मंत्री या मुख्यमंत्री ने इसकी व्यवस्था नहीं की। जानकारी मिली है कि स्वास्थ्य विभाग ने स्वर्णरेख...
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