देहरादून, मार्च 8 -- उत्तराखंड की धरोहर एमकेपी पीजी कालेज के संरक्षण के लिए एमकेपी शिक्षक संघ ने रविवार को मौन प्रदर्शन कर विरोध प्रकट किया। संघ का कहना था कि पिछले 12 सालों से कालेज में कोई नई नियुक्ति या पदोन्नति नहीं हुई है। वेतन के लिए कोर्ट की शरण जाना पड़ रहा है। शब्द जब निशब्द हो जाएं तब खामोशी आवाज बनती है। इसी भावना के साथ एमकेपी शिक्षक संघ ने एमकेपी-पीजी कालेज की विभिन्न समस्याओं को लेकर में सांकेतिक प्रदर्शन का निर्णय लिया था। शिक्षक संघ की अध्यक्ष डॉ. ममता सिंह ने बताया कि जब अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस एक उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है, वहीं महिला शिक्षा की विरासत एमकेपी पीजी कालेज दयनीय अवस्था में है। 2008 से कोई नियुक्ति नहीं, 12 वर्ष से पदोन्नति नहीं, वेतन के लिए न्यायालय की शरण और उसके बावजूद सभी शिक्षिकाएं सभी अकादमिक, प...