उरई, नवम्बर 2 -- कालपी। एमएसपी पर ज्वार और बाजरा बेचना आसान नहीं है। नई व्यवस्था में लेखपाल की सहमति जरूरी है। इससे बड़ी संख्या में किसान तहसील में चहलकदमी कर रहे हैं ताकि लेखपाल मंजूरी दें और वह ज्वार-बाजरा की फसल बेच सकें। शासन ने किसानों की आय दोगुना करना के लिए ज्यादातर जिन्सों का समर्थन मूल्य घोषित किया है। जो आमतौर पर बाजारे की कीमत से अधिक होता है इससे किसान उपज को सरकारी क्रय केन्द्रों पर ही बेचना चाहता है। लेकिन यह काम आसान नहीं है और इसके लिए किसानों को पंजीकरण कराना होगा। लेकिन पंजीकरण के बाद बेचने की अनुमति लेनी होगी। नयी व्यवस्था में लेखपाल की सहमति जरूरी है तभी उपजिलाधिकारी द्वारा निर्धारित मात्रा ज्वार और बाजरा बेचने की अनुमति दी जाएगी और इसी के चलते बड़ी संख्या में किसान क्षेत्रीय लेखपालो की तलाश में भटकते रहे है। जानकारो की...
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