पटना, मार्च 7 -- सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) प्रतिस्पर्धी(लीन) योजना से जुड़कर उद्यमों की कार्यशैली और उत्पादकता में इजाफा किया जा सकता है। योजना की सहायता से उद्यमी अपने एमएसएमई यूनिटों को थर्ड पार्टी ऑडिट कराकर उत्पादकता को बढ़ाने और बर्बाद हो रही सामग्री, जगह और समय की उपयोगिता बढ़ाने के लिए सलाह प्राप्त कर सकते हैं। यह बातें शुक्रवार को पाटलिपुत्र औद्योगिक क्षेत्र स्थित एमएसएमई डीएफओ कार्यालय में आयोजित एमएसएमई प्रतिस्पर्धी(लीन) योजना के जागरूकता कार्यक्रम में राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद के क्षेत्रीय निदेशक जेके सिंह ने कही। उन्होंने बताया कि किसी भी एमएसएमई यूनिट को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए इस योजना का लाभ उठाना चाहिए। योजना तीन मॉड्यूल में उपलब्ध है। प्राथमिक मॉड्यूल नि:शुल्क है। इंटरमीडिएट मॉड्यूल के लिए 12 हजार और एडव...