रांची, दिसम्बर 19 -- रांची, संवाददाता। बिहार एवं झारखंड के आयकर विभाग के प्रधान आयकर आयुक्त जयंत मिश्रा ने कहा कि झारखंड में एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम) क्षेत्र का प्रतिनिधित्व अपेक्षाकृत कम है, लेकिन इसके पीछे सबसे बड़ी वजह औपचारिकता और पंजीकरण की कमी है। एमएसएमई क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, जो भारत की जीडीपी में 30 प्रतिशत से अधिक और निर्यात में 45 प्रतिशत से अधिक का योगदान दे रहा है। अभी एमएसएमई निर्यात 12 लाख करोड़ रुपए से अधिक हो चुका है और यह क्षेत्र कृषि के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा नियोक्ता है। मिश्रा शुक्रवार को इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स झारखंड द्वारा आयोजित चौथे आईसीसी एमएसएमई फाइनेंशियल इनोवेशन कॉन्क्लेव में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जब तक उद्यमी औपचारिक रूप से जुड़ेंगे और पोर्टलों पर पंजीकरण नहीं कराएंगे,...