पीलीभीत, अगस्त 25 -- पीलीभीत। जिले में अब तक एक बार भी नहीं चले नसबंदी कार्यक्रम और संसाधनों की कमी की हकीकत को जान कर जिला प्रशासन ने एनीमल बर्थ सेंटर (एबीसी) का प्रस्ताव बना कर शासन को भेज दिया है। ताकि आवारा कुत्तों से निजात के लिए जिले से सार्थक पहल की जा सके। इस बारे में निकायों को भी आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। जिले में करीब 2246 शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के कुत्तों के बारे में आंकड़ा जुटाया जा चुका है। कुत्तों के दंश की वजह से लगातार ही लोग मेडिकल कॉलेज पहुंच रहे है। आलम यह है कि अब मेडिकल कॉलेज के अलावा सभी ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों पर भी कुत्तों के काटने पर इंजेक्शन (रैबीज) लगाने की सुविधा दे दी गई है। हांलाकि अधिक जानकारी न होने पर अधिकाधिक लोग जिला मुख्यालय पर ही पहुंच रहे हैं। इसका व्यापक प्रचार प्रसार किए जाने की जरूर...