पलामू, जुलाई 10 -- मेदिनीनगर, प्रतिनिधि। एनपीयू प्रशासन के द्वारा पांच सौ मीटर की परिधि में धरना-प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाये जाने पर छात्र संगठनों में आक्रोश व्याप्त है। छात्र संगठनों ने छहमुहान पर बुधवार को कुलपति का पुतला जलाकर आंदोलन की शुरूआत कर दी है। आपसू की एनपीयू संयोजक शालिनी अग्रवाल ने विश्वविद्यालय द्वारा पांच सौ मीटर की परिधि में धरना- प्रदर्शन पर लागू किए गए नियम को लोकतांत्रिक व्यवस्था की हत्या बताया है। उन्होंने कहा कि भारत में संविधान के अनुच्छेद 19(1)(बी) के तहत नागरिकों को शांतिपूर्ण और बिना हथियारों के इकट्ठा होने और विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार है और उस पर रोक लगाना भारतीय संविधान का अपमान है। जो एक भारतीय होने के वजह से कोई भी पलामू का छात्र बर्दाश्त नहीं करेगा। शैक्षणिक अराजकता दूर करने के बजाए तानाशाही रवैया एनपीयू ...
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