पूर्णिया, जनवरी 31 -- पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता।वायरस, बैक्टीरिया, प्रोटोजोआ व परजीवी जैसे रोग जनकों से होने वाले रोगों को उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग (नेगलेक्टेड ट्रॉपिकल डिजीज-एनटीडी) की श्रेणी में रखा गया है। ये बीमारी आमतौर पर गरीब लोगों को ज्यादा प्रभावित करते हैं लेकिन लोगों द्वारा अन्य गंभीर बीमारियों की तरह इनपर ध्यान नहीं दिया जाता है। एनटीडी अपने विकृत, दुर्बल करने वाले और कभी-कभी घातक प्रभाव के कारण जबरदस्त पीड़ा का स्रोत हैं। उन्हें उपेक्षित कहा जाता है क्योंकि वे दुनिया के अधिक विकसित हिस्सों में बड़े पैमाने पर मिटा दिए गए हैं लेकिन दुनिया के सबसे गरीब, सबसे हाशिए पर या अलग-थलग समुदायों में अभी भी बने हुए हैं। लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा सके। इसलिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर साल 30 जनवरी को विश्व उपेक्षित उष्णकटिबंध...