औरंगाबाद, सितम्बर 19 -- झारखंड की सीमा से औरंगाबाद तक एनएच-139 पर आए दिन हादसे हो रहे हैं। अधिकांश हादसे हाईवा से हो रहे हैं और लोगों की जान जा रही है। यह अपने आप में चिंता का विषय है। हाईवा का इस्तेमाल कोयला, बालू, पत्थर व अन्य सामग्रियों को ढोने में होता है। समय पर माल पहुंचाने के दबाव में चालक तेज रफ्तार से वाहन चलाते हैं। ओवरलोडिंग के कारण ब्रेक सिस्टम पर दबाव बढ़ जाता है। अचानक ब्रेक फेल होने या गाड़ी फिसलने से दुर्घटना हो जाती है। कई चालक कम उम्र के और अनुभवहीन होते हैं। थकान और सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी कम होने से दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि झारखंड की ओर से आने वाले कई चालक शराब पीकर भी वाहन चलाते हैं। इनपर निगरानी कमजोर रहने से दुर्घटनाओं की आशंका रहती हैं। सड़क की हालत भी हादसों को बढ़ाती है। ट्...