भागलपुर, अगस्त 1 -- भागलपुर, मुख्य संवाददाता। बिहार को झारखंड से जोड़ने वाली प्रमुख सड़क एनएच 133ई को फोरलेन बनाने में आ रही तकनीकी दिक्कतों को दूर करने का प्रयास जारी है। अब भागलपुर के समाहर्ता ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (मॉर्थ) के अड़ंगे के बाद उत्पन्न स्थिति को लेकर पथ निर्माण विभाग (आरसीडी) से स्पष्ट मार्गदर्शन मांगा है। समाहर्ता डॉ. नवल किशोर चौधरी ने आरसीडी के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) से स्पष्ट निर्देश देने को कहा है कि 3 जी संशोधन के लिए अपील करें या एलायनमेंट की जमीन 30 एकड़ के मुआवजे के लिए 150 करोड़ रुपये का हिसाब उपलब्ध कराया जाए। इस परियोजना के लिए काला सह भूमि सुधार उप समाहर्ता ने 2.1261 हेक्टेयर के लिए मुआवजा देने के लिए 76 करोड़ 50 लाख 99 हजार 539 रुपये की मांग की थी। जिस पर मंत्रालय ने आपत्ति की थी। आपत्ति यह है कि...