किशनगंज, जून 17 -- किशनगंज, एक प्रतिनिधि। सदर अस्पताल परिसर के निकट पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) कुपोषित बच्चों के लिए जीवन रेखा बनते जा रहे हैं। आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि किस तरह से एनआरसी की मदद से बच्चे ना सिर्फ कुपोषण से उबर रहे हैं, बल्कि माता-पिता भी पोषण के प्रति ज्यादा सजग हो रहे हैं। जिले में गरीबी, अशिक्षा और पोषण के अभाव के कारण कुपोषण एक जमीनी समस्या रही है। खासकर शून्य से पांच वर्ष की आयु के बच्चे इसके सबसे अधिक शिकार बनते हैं। इस चुनौती से निपटने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा पोषण पुनर्वास केंद्र की स्थापना की गई है,जहां अतिकुपोषित बच्चों को भर्ती कर 14 दिनों तक पोषण, देखभाल और चिकित्सा दी जाती है। इन केंद्रों में बच्चों को संतुलित आहार, नियमित वजन निगरानी और माताओं को पोषण संबंधित प्रशिक्षण भी दिया जाता है त...