जमशेदपुर, नवम्बर 5 -- एनआईटी के छात्र मुमताज रिजवी ने अपने रिसर्च प्रोजेक्ट में हल्के और ज्यादा टिकाऊ प्रोस्थेटिक व ऑर्थोपेडिक्स इंप्लांट का फॉर्मूला खोज निकाला है। इस फार्मूले से हड्डियों को जोड़ने के लिए लगाए जाने वाले कृत्रिम एलॉय और कटे पैरों की जगह लगाए जाने वाले कृत्रिम पैर पहले से अधिक हल्के और लंबे समय तक चलने वाले बन सकेंगे। रिजवी ने यह शोध अपने पीएचडी के डॉक्टरल प्रोग्राम के तहत किया है। मंगलवार को उनके रिसर्च प्रोजेक्ट का मूल्यांकन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) दिल्ली के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर पलक मोहन पांडे ने किया और इसे स्वीकृत किया। यह प्रोजेक्ट एनआईटी जमशेदपुर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. दीपक कुमार के निर्देशन में पूरा हुआ। मंगलवार को प्रोजेक्ट के अप्रूवल पर संस्थान म...