नई दिल्ली, सितम्बर 29 -- केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को एथनॉल मिश्रण विवाद से खुद को अलग करते हुए कहा कि यह उनके फैसलों से नाखुश एक शक्तिशाली आयात लॉबी इसे बढ़ावा दे रही है। गडकरी ने नागपुर के एक कार्यक्रम में कहा कि मैं ऐसी आलोचनाओं का जवाब नहीं देता, क्योंकि ऐसा करने से यह खबर बन जाती है। बेहतर है कि हम इस पर ध्यान न दें। गडकरी ने कहा कि उनकी नीति एथनॉल मिश्रण को बढ़ावा देने, किसानों को ऊर्जा उत्पादक बनाने और प्रदूषण कम करने पर केंद्रित है। उन्होंने कहा कि वे लोग ही सवाल उठा रहे हैं जिन्हें इस नीति के चलते नुकसान पहुंचा है। गडकरी ने कहा, कच्चे तेल के आयात से करीब 22 लाख करोड़ रुपये देश से बाहर जा रहे थे। कुछ लोगों के कारोबार इस फैसले से प्रभावित हुए और वे नाराज होकर मेरे खिलाफ अभियान चला रहे हैं।

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