धनबाद, मई 7 -- धनबाद, प्रमुख संवाददाता सदर अस्पताल स्थित कुपोषण उपचार केंद्र (मालन्यूट्रीशन ट्रीटमेंट सेंटर) महीनों से बंद पड़ा था। अधिकारी कहते थे, यहां कुपोषित बच्चे आते ही नहीं है। सोमवार को स्वास्थ्य के नोडल पदाधिकारी एडीएम (विधि व्यवस्था) पीयूष सिन्हा ने स्वास्थ्य अधिकारियों को फटकार लगाई। इसके दूसरे ही दिन सेंटर भर्ती होने लगे। 10 बेड के इस सेंटर में भर्ती होने के लिए 11 बच्चे पहुंचे गए। यह मामला यह बताने के लिए काफी है कि सदर अस्पताल समेत जिला और प्रखंडों के स्वास्थ्य अधिकारी-कर्मचारी स्वास्थ्य योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए कितने गंभीर हैं। लोगों को योजनाओं का लाभ देने में किस हद तक आनाकानी की जाती है और अधिकारी एक-दूसरे पर फेंका-फेंकी करते रहते हैं। बता दें कि पिछले लगभग छह महीने से सदर को एमटीसी सेंटर लगभग बंद था। इस दौरान यह...