गोरखपुर, मई 29 -- गोरखपुर, मुख्य संवाददाता फर्जी लेटर हेड इस्तेमाल कर हेड ऑफिस कोट से टिकट कन्फर्म कराने की जांच गुरुवार को भी जारी रही। रेलवे विजिलेंस और आरपीएफ इंटेलिजेंस की जांच में कुछ रेलकर्मियों पर भी संदेह गहराया है। इसके बाद उस पर निगरानी बढ़ा दी गई है। जानकरों के अनुसार रेलकर्मी के मोबाइल रिकॉर्ड को भी खंगाला जा रहा है। जांच टीम को शक है कि रेलकर्मी ही दलालों से सेटिंग कर एचओ कोटा में सेंधमारी करवाता है। बताया जा रहा है कि रेलकर्मी एक अधिकारी की गाड़ी चलाता है। इसलिए विभाग में उसका आना-जाना बड़े ही आसानी हो जाता है। गोरखपुर-यशवंतपुर ट्रेन में जिस अधिकारी के फर्जी पैड लेटर हेड का इस्तेमाल किया गया था वह इलेक्ट्रिकल विभाग के हैं। उसी विभाग के कर्मचारी पर भी शक है कि आवेदन लेकर वही आता है।
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