हल्द्वानी, सितम्बर 30 -- बृजेंद्र मेहता हल्द्वानी। रानीबाग में एचएमटी फैक्ट्री की बेशकीमती 5.75 हेक्टेयर भूमि की रजिस्ट्री ईपीएफओ की अटैचमेंट कार्रवाई के बाद अटक गई है। इससे देहरादून से बैंगलुरू तक सरकारी और औद्योगिक सर्किट में हलचल मच गई है। शासन और प्रशासन के अफसरों ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) दफ्तर पहुंचकर समाधान निकलाने के रास्ता तलाशने शुरू कर दिए हैं, वहीं विवाद बढ़ता देख ईपीएफओ ने भी एचएमटी फैक्ट्री में भूमि अटैचमेंट का बोर्ड लगा दिया है। ईपीएफओ के क्षेत्रीय आयुक्त- द्वितीय आकाश वर्मा ने बताया कि मार्च 1986 से अक्टूबर 2012 तक एचएमटी रानीबाग ने अपने करीब 800 कर्मचारियों का भविष्य निधि अंशदान जमा नहीं किया। अंशदान में 11 करोड़ रुपये की बकाया राशि जमा न करने पर अधिग्रहण की प्रक्रिया 31 जुलाई 2025 को पूरी कर दी गई। वर्मा के अन...