प्रयागराज, नवम्बर 21 -- मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) में आयोजित भारतीय प्रतिरक्षा विज्ञान समाज (आईएसएस) के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन इम्युनोकॉन-2025 के तीसरे दिन वैज्ञानिकों ने प्रतिरक्षा तंत्र, कैंसर, टीबी और एचआईवी पर शोध प्रस्तुत किए। भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) बंगलुरु के वैज्ञानिक प्रो. दीपांकर नंदी ने बताया कि इंटरफेरॉन परिवार का एक महत्वपूर्ण सदस्य मेजबान कोशिकाओं की रक्षा करने के साथ-साथ ट्यूमर-रोधी प्रक्रियाओं को भी बढ़ाता है। उनका शोध टी-सेल सक्रियण, इंटरफेरॉन-मध्यस्थित नाइट्रिक ऑक्साइड प्रतिक्रियाओं तथा माइक्रोबियल तनाव को समझने पर केंद्रित है। इमोरी यूनिवर्सिटी अमेरिका की प्रो. ज्योति रंगराजन ने बताया कि टीबी आज भी वैश्विक स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर चुनौती है, विशेष रूप से उन मरीजों में जो एचआईवी...