पटना, फरवरी 27 -- बिहार में एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों की पहचान एवं उनके इलाज के लिए हरेक जिले में सात हॉट स्पॉट चिन्हित किए जाएंगे। इन चिन्हित इलाकों में स्वास्थ्य शिविर लगेंगे। उच्च स्तरीय जोखिम वाले इन इलाकों में न्यूनतम 95 प्रतिशत व्यक्तियों की एचआईवी जांच की जाएगी। वहीं, जांच में पॉजिटिव पाए जाने वाले व्यक्तियों को एआरटी (एंटी रिट्रोवॉयरल थेरेपी) सेंटर से संबद्ध किया जाएगा, ताकि इनका विधिवत इलाज शुरू किया जा सके। बिहार राज्य एडस नियंत्रण समिति की परियोजना निदेशक प्रतिभा रानी ने सभी जिलों के सिविल सर्जन सह जिला स्वास्थ्य समिति के सदस्य सचिव को सात हॉट स्पॉट इलाके चिन्हित करने और वहां वहां शिविर लगाने का निर्देश दिया है। समिति के अनुसार, एचआईवी संक्रमण के साथ जी रहे लोगों (पीएल एचआईवी) के परिवारजनों, साथी (यौन/ सूई साझा करने वाले), महि...