अलीगढ़, नवम्बर 16 -- अलीगढ़, कार्यालय संवाददाता। गुरुद्वारा श्री गुरु बाबा दीप सिंह पंजाबी क्वार्टर में बाबा दीप सिंह का शहीदी दिवस मनाया गया। साथ ही 350 साल शताब्दी दिवस बड़ी श्रद्धा से बनाया गया। कार्यक्रम में अमर शहीद योद्धा बाबा दीप सिंह के बलिदान बारे में बताया गया। कार्यक्रम में बिरेंद्र सिंह, प्रिंस पाल सिंह ने बताया कि बाबा दीप सिंह जी को जब पता लगा कि हरमंदर साहिब में हमला हुआ है तब वह उनका बदला लेने चले गए। सिख योद्धा बाबा दीप सिंह का लड़ते-लड़ते शीश धड़ से अलग हो गया। वे एक हाथ में सिर और दूसरे हाथ में तलवार लेकर तब तक लड़ते रहे जब तक मंदिर के पास नहीं पहुंच गए। लड़ते हुए बाबा दीप सिंह ने अपना शीश गुरु रामदास को भेंट किया। उस जगह को हरमंदर साहिब स्वर्ण मंदिर के नाम से जाना जाता है। इस दौरान शबद कीर्तन ने संगत को निहाल किया। समा...