नवादा, अप्रैल 5 -- नवादा, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि सरकार चाहे कितना भी दावा कर ले परंतु विभागीय उपेक्षा आज भी जारी है। इसी उपेक्षा व लापरवाही का एक ताजा उदाहरण है नवादा-नारदीगंज पथ। 11.38 किमी लंबे इस पथ की स्थिति निर्माण के दो वर्षों के भीतर ही जर्जर हो रही थी। विभागीय उपेक्षा व ग्रामीणों की व्यथा पर एक रिपोर्ट हिन्दुस्तान अखबार में 'नवादा-नारदीगंज रोड उपेक्षा का शिकार, दो वर्ष में ही हुआ जर्जर' शीर्षक से 21 मार्च को प्रमुखता से प्रकाशित कर नवादा के जिला पदाधिकारी का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया गया था। प्रशासनिक व विभागीय संज्ञान पर इस सड़क की मरम्मत की करीब एक हफ्ते पूर्व की गयी। इस पथ पर कुछ जगहों पर बने गड्ढों पर पिच मिक्स स्टोन चिप्स चिपका दिया गया और मरम्मत की औपचारिकता मानो पूरी कर दी गयी। नवादा में गोंदापुर बाबा का ढाबा के समीप जर्जर सं...