जमशेदपुर, फरवरी 22 -- पूरे जनवरी माह शहर में सड़क सुरक्षा अभियान जिला प्रशासन ने चलाया, लेकिन नतीजा सिफर रहा। लोगों को जागरूक करने वाला प्रशासन खुद ही जागरूक नहीं हो पा रहा है। यहीं नहीं, प्रशासन की सुस्ती से एनएच-33 पर रोज हजारों गाड़ियों की अवैध पार्किंग होती है और इनपर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। एनएच-33 पर सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण अवैध रूप से जहां-तहां पार्किंग है। पारडीह से लेकर भिलाई पहाड़ी तक 3.3 किलोमीटर की दूरी में रोज लगभग 80 भारी वाहनों का अवैध पड़ाव होता है, जिसमें 30 वाहन रांग साइड से वाहनों को लगा देते हैं। यह पड़ाव पारडीह चौक से डिमना चौक तक के बीच अधिक होता है। एक साल में इन वाहनों के चलते 35 सड़क दुर्घटनाएं पुलिस के रिकॉर्ड में दर्ज हैं, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई। यातायात पुलिस के 50 जवान लगे हैं हेलमेट जांच मे...