नई दिल्ली, मार्च 29 -- यूपी के बांदा में माफिया मुख्तार अंसारी की मौत को एक साल हो गया। मौत की वजह से पर्दा उठाने के लिए मजिस्ट्रेटी और न्यायिक जांच हुई। दोनों जांचें सितंबर में पूरी होने के साथ ही रिपोर्ट भी सौंपी जा चुकी हैं। अब तक मुख्तार अंसारी का सामान और बैरक सील है। कई बार पत्राचार के बाद भी मुख्तार का परिवार उनका सील सामान लेने नहीं आया। जेल अधीक्षक अनिल कुमार गौतम ने बताया कि एक साल बाद अब मुख्तार अंसारी की सील बैरक को खोलने के लिए लोअर कोर्ट ने आदेश दिए हैं। मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में गठित कमेटी के सामने बैरक को खुलवाया जाएगा। जेल प्रशासन को आदेश दिया गया है कि मुख्तार की बैरक में रखे सामान को उनके परिजनों को सौंप दिया जाए। इसके लिए डीएम को पत्राचार किया गया है। अभी मृत्यु प्रमाणपत्र और पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी परिवार का कोई सदस्...