विकासनगर, मई 12 -- खत शिलगांव के छजाड गांव से एक वर्ष के प्रवास पूजन पर शिरगुल देवता की पालकी देर शाम पुरटाड़ गांव पहुंची। देव पालकी के गांव में पहुंचते ही श्रद्धालुओं में उल्लास छा गया। रविवार सुबह देव पालकी को विधि विधान से गर्भ गृह से बाहर निकाला गया। देव पालकी के बाहर आते ही देव दर्शन के लिए मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। पालकी को कांधा लगाने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ मची रही। सोमवार को देव पालकी हरटाड, छजाड, भटाड, कथियान, डिरनाड होते देर शाम पुरटाड़ गांव पहुंची। अब एक साल तक देवता प्रवास पूजन पर पुरटाड़ गांव में विराजमान रहेंगे। इससे पहले देवता शिलगांव खत के छजाड़ में प्रवास पर रहे। उससे पूर्व एक वर्ष के प्रवास पर खत फनार के भूठ गांव खत बाणाधार के बाणाधार में रहे। खत शिलगांव के शिरगुल देवता जौनसार के पुनाह पोखरी, उत...