नई दिल्ली, जुलाई 11 -- केरल के सामान्य शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने शुक्रवार को दोहराया कि किसी खास समुदाय के लिए स्कूल का समय नहीं बदला जा सकता क्योंकि सरकार को लाखों छात्रों के हितों का ध्यान रखना होता है। शिवनकुट्टी ने यह भी कहा कि स्कूल का समय 30 मिनट बढ़ाने का फैसला केरल हाईकोर्ट के निर्देशों के आधार पर लिया गया है और इसलिए, इससे आहत कोई भी व्यक्ति कानूनी उपाय अपना सकता है। उनकी यह प्रतिक्रिया कुछ मुस्लिम संगठनों द्वारा स्कूल के समय में बदलाव के बढ़ते विरोध के मद्देनजर आई है, जिनमें समस्त केरल जेम-इय्यातुल उलमा भी शामिल है, जो सुन्नी विद्वानों का एक प्रमुख संगठन है और जिसका केरल के मुसलमानों में सबसे बड़ा समर्थन आधार है। मंत्री ने यह भी कहा कि मदरसा शिक्षा पर सरकार की ओर से कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन यह स्पष्ट किया कि उनके लिए स्...