जैसलमेर, अक्टूबर 23 -- जैसलमेर के शांत मोहनगढ़ इलाके में 20 अक्टूबर की रात वह भयावह सन्नाटा पसरा जब व्यापारी मदनलाल सारस्वत और उनके मुनीम रेंवतराम की बेरहमी से हत्या कर दी गई। धारदार हथियार से गला रेतकर की गई इस दोहरी हत्या ने पूरे जिले को हिलाकर रख दिया। व्यापारियों में खौफ था, लोगों की जुबान पर एक ही सवाल - "आखिर इतनी निर्दयता क्यों?" रात ढलने के साथ ही अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया और नकदी के साथ व्यापारी की ऑल्टो कार लूटकर फरार हो गए। अगली सुबह, जब व्यापारी के बेटे पंकज कुमार सारस्वत को पिता से कोई संपर्क नहीं हुआ, तो चिंता ने बेचैनी में बदल गई। घर से दुकान तक तलाश के बाद जब दोनों की लाशें मिलीं, तो मोहनगढ़ का सन्नाटा चीत्कार में बदल गया। वारदात की खबर मिलते ही जैसलमेर के पुलिस अधीक्षक अभिषेक शिवहरे तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। उन्हो...