वरिष्ठ संवाददाता, अक्टूबर 17 -- दिवाली आते ही उल्लू की जान खतरे में पड़ जाती हैं। बाजारों में लोग चोरी-छुपे उल्लू की बिक्री करते हैं। दीवाली के रात लोग धनप्राप्ति के अंधविश्वास में उल्लू की बलि देकर धन प्राप्ति की कामना करते है। यह बिक्री उल्लू पक्षी वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत प्रतिबंधित हैं। बिक्री करते पकड़े जाने पर छह माह की जेल है। यूपी की राजधानी लखनऊ में पशु-पक्षियो का बाजार चौक, नक्खास और नींबू पार्क में लगता है। कारोबार और शिकार प्रतिबंधित होने के नाते वन विभाग की टीम अलर्ट मूड में दिन-रात निगरानी करने के लिए तैनात है। वन विभाग ने इस संबंध में एक दिशा-निर्देश वन रैंजरों को जारी किया है, जिसमें दीवाली पर्व के मौके पर उल्लू का अवैध शिकार और व्यापार पर रोक लगाते हुए इनकी बिक्री पर नजर रखने के लिए निर्देश दिए है। यहीं नहीं दीवाली...