लखनऊ, दिसम्बर 29 -- विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने आरोप लगाया है कि एक लाख करोड़ की बिजली परिसंपत्तियां कौड़ियों में देने की तैयारी है। संघर्ष समिति 1 जनवरी को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेगा। पूर्वांचल व दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में चल रहे आंदोलन और इस दौरान पावर कार्पोरेशन प्रबंधन द्वारा की गई उत्पीड़नात्मक कार्रवाइयों व बिजली कर्मचारियों के निवास पर जबरदस्ती स्मार्ट मीटर लगाने के विरोध में आंदोलन लगातार 397वें दिन भी जारी रहा। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के केंद्रीय पदाधिकारियों ने बताया कि पॉवर कॉरपोरेशन ने पूर्वांचल निगम के लिए 824.65 करोड़ और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के लिए 819 करोड़ रुपये का बिजनेस प्लान स्वीकृत किया है। इसके तहत इन दोनों विद्युत वितरण निगमों में बिजली व्यवस्था ...