लखनऊ, अप्रैल 25 -- राजाजीपुरम स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय महिला पीजी कॉलेज में स्वामी विवेकानंद यूथ वेलफेयर सोसाइटी की ओर से एक राष्ट्र एक चुनाव पर गोष्ठी का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया, सोसाइटी अध्यक्ष अनुराग साहू ने शुभारंभ किया। अनुराग साहू ने कहा कि 1952 से 1967 तक लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ हुए लेकिन कांग्रेस की अंदरूनी टूट के बाद यह प्रथा समाप्त हो गई। 1967 के बाद सरकारें भंग की गईं, राष्ट्रपति शासन लगा और राजनीतिक अस्थिरता ने देश को भटकाया। 1980 के दशक में भी यह मुद्दा उठा, लेकिन आगे नहीं बढ़ सका। अब पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बनी समिति की सिफारिशों के बाद विधानसभाओं के कार्यकाल को समायोजित कर एक साथ चुनाव संभव हों, जिससे जो 1.5 प्रतिशत जीडीपी चुनाव प्रकिया में खर्च होता हैं उसे...