पटना, नवम्बर 6 -- बिहार में अपनी-अपनी पार्टियों को ऐन मौके पर या अनायास ही राजनीतिक धोखा देने वाले चार विधायकों के साथ जैसे को तैसा कांड हो गया। चार विधायकों में तीन तो असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम के टिकट पर जीते थे, लेकिन महागठबंधन सरकार के दौरान तेजस्वी यादव के राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में शामिल हो गए। चौथा लालू यादव के भरोसेमंद विधायक थे, लेकिन नीतीश कुमार की एनडीए सरकार के बहुमत परीक्षण में पाला बदल लिया। सीट बंटवारे की उलझनें सुलझी तो इन चारों के टिकट कट गए। पहले चरण का चुनाव हो चुका है। जानते हैं कि ये चार नेता अब क्या कर रहे हैं। पहले चरण के चुनाव की एक सीट सूर्यगढ़ा थी। यहां के विधायक प्रह्लाद यादव राजद के दिग्गज नेता थे। पांच बार एमएलए बने। पहली बार निर्दलीय। उसके बाद लालू यादव की राजद से बने। 2024 में जब नीतीश महागठबंधन छोड़क...