जमशेदपुर, अगस्त 5 -- झारखंड के जन नायक, असाधारण व्यक्तित्व के सर्वमान्य नेता दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन की खबर से झारखंड आंदोलनकारी एवं झामुमो के वरिष्ठ नेता आस्तिक महतो आहत हैं। उन्होंने कहा कि गुरुजी के निधन से एक युग का अंत हो गया। उनकी कमी को पूरा करना असंभव है। गुरुजी ऐसे व्यक्ति थे जो झारखंडी लोगों के साथ जरा भी अन्याय बर्दाश्त नहीं करते थे। गुरुजी के कोल्हान में सबसे पहले और बड़े आंदोलन की कहानी भी रोचक है। जब एक बैगन के लिए राजनगर में उन्होंने बड़ा आंदोलन खड़ा कर दिया था। मामला सिर्फ एक बैगन का नहीं था, बल्कि उस बैगन को एक व्यक्ति से रंगदारी पूर्वक लूटकर उल्टे उनके खिलाफ जुल्म करने के खिलाफ था। आस्तिक महतो ने गुरुजी के साथ आंदोलन की घटनाएं साझा करते हुए बताया कि राजनगर में 1985 में एक घटना हुई थी। गांव का एक छोटा किसान अपने खेत...