सिमडेगा, मार्च 16 -- सिमडेगा, जिला प्रतिनिधि। ज्योतिष गुरुकुल टुकुपानी में कथावाचक डॉ. पद्मराज जी महाराज ने मंगलपाठ सुनाकर सबको रंगोत्सव की बधाई दी। उन्होंने कहा कि होली पर्व के मौके पर चेहरे पर रंग लगाए जाने पर न कोई गोरा रह जाता है न काला। सब रंग-बिरंगे हो जाते हैं। हम एक दूसरे के प्रति भेदभाव न रखते हुए मानव-मानव एक समान के मूल्य को समझें और उसे आत्मसात करने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि चेहरे पर लगे रंग तो कुछ ही देर में धूल जाते हैं, किन्तु सद्गुणों के रंग कभी नहीं धुलते। इसलिए हमें अपने जीवन को ज्ञान, भक्ति, प्रेम, दया, सद्भावना, सामंजस्य से इस कदर रंग लें कि बीती बातों को भुलाकर आगे के जीवन को आह्लाद-पूर्ण बनाना ही होली का भाव है। स्वामी जी ने होलिका दहन की कथा सुनाकर बच्चों को उस इतिहास से परिचित कराया जिस से होली पर्व का महात्म्य ...