पीलीभीत, सितम्बर 15 -- मेडिकल कॉलेज में विश्व आत्महत्या रोकथाम जागरूकता सप्ताह के अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें मानसिक स्वास्थ्य और आत्महत्या की रोकथाम के प्रति जागरूक करने पर जोर दिया। आयोजन के दौरान लगभग 75 मरीजों एवं उनके परिजनों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की। सहायक प्रोफेसर, मनोचिकित्सा विभाग से डॉ. प्रियांका भटनागर ने कहा कि आत्महत्या वह मृत्यु है जो स्वयं द्वारा किए गए हानिकारक व्यवहार से होती है। जिसमें मरने का इरादा शामिल होता है। आत्महत्या का प्रयास वह आचरण है जिसमें व्यक्ति स्वयं को हानि पहुँचाने का प्रयास करता है। इसका उद्देश्य मृत्यु होता है भले ही परिणामस्वरूप मृत्यु न हो। वरिष्ठ रेज़िडेंट, मनोचिकित्सा विभाग डॉ. आयुषी बिष्ट ने बताया कि त्महत्या के पीछे कई कारण हो सकते हैं। मनोवैज्ञानिक विकार जैसे अवसाद, चिंता, सिज़...