संभल, अक्टूबर 31 -- जिले के रजपुरा क्षेत्र में स्थित सिसौना डांडा गंगा घाट एक दशक बाद भी पक्का घाट नहीं बन सका है। हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा पर यहां लगने वाले विशाल मेले में करीब एक लाख से अधिक श्रद्धालु स्नान के लिए आते हैं, लेकिन इसके बावजूद घाट अब तक कच्चा ही है। न तो यहां पक्का घाट बना, न ही स्नानार्थियों के लिए कोई मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराई गई है। सिसौना डांडा गंगा मेला वर्ष 2014 में तत्कालीन जिला पंचायत अध्यक्ष प्रीति यादव द्वारा प्रारंभ कराया गया था। उस समय इस मेले का उद्देश्य गंगा घाट को धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान दिलाना था। पहले ही वर्ष से यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु आने लगे, लेकिन 11 साल बीत जाने के बाद भी घाट का स्वरूप नहीं बदला। स्थानीय लोगों के अनुसार घाट पर पानी की गहराई का कोई निश्चित अनुमान नहीं होता। हर वर्ष यहां क...